बारे में
केन्द्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान, भारत में मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रमुख प्रशिक्षण केन्द्रों में से एक है। मानसिक रोगों का यह अस्पताल 1923 में लंदन विश्वविद्यालय से डी.पी.एम. पाठ्यक्रम के लिए मान्यता प्राप्त था। उन दिनों भारत में मनश्चिकित्सा में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम अन्यत्र कहीं नहीं था।
यह अस्पताल 211.6 एकड़ के हरे-भरे परिसर में फैला हुआ है। यहाँ कुल 17 वार्ड है जिसमें पुरूष मरीजों के लिए 07, महिला मरीजों के लिए 06, एक नशा मनोचिकित्सा केन्द्र, एक बाल एवं किशोर मनोचिकित्सा केन्द्र, एक आपातकालीन वार्ड और एक परिवारिक इकाई है। यहाँ की कुल बिस्तर क्षमता 643 है। प्रत्येक वार्ड पविलियन की तरह का है जिसे चारों ओर फूलों व घास के मैदान से सुसज्जित किया गया है। ब्रिटिश राज के दौरान ये सभी वार्ड बनाये गये हैं और उनका नामकरण प्रतिष्ठित यूरोपीय मनोचिकित्सकों के नाम पर किया गया है।
निदेशक, सीआईपी
डॉ. डी. राम 17 जनवरी, 2013 से केन्द्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने 1982 में आयुर्विज्ञान संस्थान, बी.एच.यू., वाराणसी से मेडिसिन एंड सर्जरी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1987 में उसी संस्थान से आपने मनोचिकित्सा में परास्नातक पूरा किया।